जब शाम की घटा आसमान मैं छा जाती है !
जब रोशनी भी अपना मूह छिपाकर हमें तनहां कर जाती है !
तब ये दिल कुछ बोलने लगता है .....
तब ये दिल कुछ बोलने लगता है !
कुछ कहे कुछ अनकहे राजों को खोलने लगता है!
की उन्हें देखा जो पहली बार तो एसा लगा ,
की इनसे तो हम जन्मों से मिलते आ रहे हें ,
इनका नाम तो हम दिल के पन्नों पर लिखते आ रहे हें ,
फिर पता नही क्यूँ ...... हम ये बात नही कह पाते ?,
जन्मों के राज .....दिल के इन पन्नों को उनके सामने क्यों नही खोल पाते ?
यूँ तो बताने की कई बार कोशिश की है दोस्तो ,
हमने इन आँखों से,
यूँ तो बताने की कई बार कोशिश की है दोस्तो ,
हमने इन आँखों से,
पर वो कम्बख़्त हैं की इन , बातों को ही समझ न्ही पाते....
जब रोशनी भी अपना मूह छिपाकर हमें तनहां कर जाती है !
तब ये दिल कुछ बोलने लगता है .....
तब ये दिल कुछ बोलने लगता है !
कुछ कहे कुछ अनकहे राजों को खोलने लगता है!
की उन्हें देखा जो पहली बार तो एसा लगा ,
की इनसे तो हम जन्मों से मिलते आ रहे हें ,
इनका नाम तो हम दिल के पन्नों पर लिखते आ रहे हें ,
फिर पता नही क्यूँ ...... हम ये बात नही कह पाते ?,
जन्मों के राज .....दिल के इन पन्नों को उनके सामने क्यों नही खोल पाते ?
यूँ तो बताने की कई बार कोशिश की है दोस्तो ,
हमने इन आँखों से,
यूँ तो बताने की कई बार कोशिश की है दोस्तो ,
हमने इन आँखों से,
पर वो कम्बख़्त हैं की इन , बातों को ही समझ न्ही पाते....
waah nice Naveen.......
ReplyDeletehan yaar pahla pyar to humko ....bachpan main school main hi ho gya tha ....
per wo mahol aaj bhi yaad hai......
thank you Akram ji...
Deletehmm......sahi kaha
bhai naveenji apneto purani yaade tazaa kardi...............
ReplyDeleteapka to jawab nahi.
Thank you Durgesh ji....
DeleteMasha'Allah sandar h
ReplyDeleteما شاء الله
Thank you ...
DeleteMasha'Allah sandar h
ReplyDeleteما شاء الله
waaah kya baat hai,Dill ko choo gyi Shayeri
ReplyDeletethank you .... kosis bhi yahi thi
DeleteGood Work ..Keep it Up (y)
ReplyDeletethank you vivek bro.... !!
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